प्रखण्ड स्तरीय तकनीकी दल
यह कृषि व उससे संबंधित विभागांे के प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों का एक दल है जो प्रखण्ड स्तर पर कार्यरत है। इस दल के संयोजक की यह जिम्मेवारी है कि प्रत्येक पखवारे में एक बार निर्घारित दिन पर किसान सलाहकार समिति के साथ बैठक कर अगले पखवारे की कार्य योजना बनाए एवं पिछले पखवारे की गतिविधियों की समीक्षा करें। बैठकों की कार्यवाही का रिकार्ड रखना तथा साथ ही किसान सूचना एवं सलाहकार केन्द्र का पूरा प्रभार रखना भी तकनीकी दल के संयोजक की ही जिम्मेवारी है।
प्रखण्ड तकनीकी दल के कार्य
- प्रखण्ड स्तरीय किसान सलाहकार समिति की अनुशंसा पर प्रखण्ड कार्य योजना का निर्माण तथा उसे आत्मा प्रबंधन समिति को समर्पित करना।
- आत्मा, सीतामढ़ी द्वारा प्राप्त निधि का सही लेखा-जोखा करना तथा आत्मा, जिला कार्यालय द्वारा मांगे जाने पर प्रस्तुत करना।
- जिले के क्षेत्रीय अनुसंधान एवं प्रसार की गतिविधियों को गति प्रदान करना।
- कृषि से जुड़े उपादानों, सेवाओं, विपणन, प्रसंस्करण इत्यादि उद्यमों एवं संस्थाओं के साथ प्रभावी तालमेल स्थापित कर कृषि क्षेत्र के सम्यक विकास के लिए प्रयत्न करना।
- प्रखण्ड की कृषि सूचनाओं को समय-समय पर अद्यतन करना तथा मांगे जाने पर जिला आत्मा कार्यालय को उपलब्ध कराना।
- प्रखण्ड व पंचायत स्तर पर कृषक हितार्थ समूह/कृषक संगठन का निर्माण एवं उनका क्षमता सम्बर्द्धन करना।
- समय-समय पर प्रशिक्षण शिविरों एवं सफल स्थानों का परिभ्रमण एवं प्रत्यक्षण आयोजित करना।
- निजी क्षेत्र के उद्यमियों के लिए प्रभावी सहयोग प्रणाली का विकास करना।
- ग्रामीण सहभागी आकलन द्वारा उस प्रखण्ड की कृषि के समस्याओं का समय-समय पर आकलन कर जिला आत्मा कार्यालय को अवगत कराना, जिससे एस0आर0इ0पी0 में अद्यतन संशोधन किया जा सके।
प्रखण्ड स्तरीय कृषक सलाहकार समिति
औपचारिक फीड बैक प्रक्रिया को उपलब्ध कराने हेतु प्रखण्ड स्तर पर किसान सलाहकार समिति का गठन किया गया है। इसका गठन प्रखण्ड में आत्मा द्वारा गठित व निबंधित किसान हितार्थ समूहों तथा प्राथमिकताओं के निर्धारण तथा विभिन्न कार्यक्रमों के लिए साधनों के सलाह उपलब्ध कराने के साथ-साथ उसके कार्यों की समीक्षा भी करती है। इसका अध्यक्ष कृषक प्रतिनिधियों में से दो तिहाई बहुमत से चुना जाता है। अध्यक्ष का कार्यकाल एक वर्ष का होता है तथा पूर्व में इनके योगदान को देखते हुए अधिकतम तीन माह के लिए इनका कार्यकाल प्रखंड तकनीकी दल के संयोजक/परियोजना निदेशक, आत्मा, सीतामढ़ी के अनुशंसा पर जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष आत्मा बढ़ा सकते हैं। समिति के सदस्यों का चयन दो वर्षों के लिए किया जाता है। किसी सदस्य के पूर्व के योगदान को देखते हुए अधिकतम एक वर्ष के लिए इनका कार्यकाल, प्रखण्ड तकनीकी दल के संयोजक/परियोजना निदेशक, आत्मा, सीतामढ़ी के अनुशंसा पर जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष आत्मा, बढ़ा सकते हैं। यदि कोई सदस्य दो या तीन बैठक में मौजुद न रहेंगे तो उनकी सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी। अध्यक्ष, आत्मा सह जिला पदाधिकारी द्वारा किसी भी सदस्य के त्याग पत्र की मंजूरी दी जा सकती है।
समिति के कार्य
प्रत्येक पखवारे एक बार प्रखण्ड तकनीकी दल के साथ बैठक का अगले पखवारे की कार्य योजना बनाना तथा पिछले की गतिविधियों की समीक्षा करना।
- प्रखण्ड तकनीकी दल के साथ निकट संबंध रखते हुए वार्षिक प्रखण्ड कार्य योजना को बनाना तथा उसका क्रियान्वयन कराना।
- इस समिति का उद्देश्य कृषि क्षेत्र की वैसी समस्या जो कृषकों के एक बड़े वर्ग से संबंध रखती है, उस पर ध्यान दें, न कि व्यक्तिगत समस्याओं का निष्पादन करना।
- यह समिति अपने प्रखण्ड की सफल कहानियों कृषि में अनूठे प्रयोगों एवं देशज परंपरागत ज्ञान की पहचान एवं उनकी ग्रहणता बढ़ने की दिशा में कार्य करती है।
- यह समिति किसानों की अनुसंधान, प्रसार एवं विपणन संबंधी समस्याओं को आत्मा प्रबंध समिति तक पहुँचाने के लिए प्रयासरत रहती है।
- किसान सलाहकार समिति के सदस्यगण समय-समय पर अपने तकनीकी ज्ञान के उन्नयन हेतु प्रयासरत रहते हैं ताकि समय पड़ने पर इसे अन्य किसानों के बीच प्रसारित कर सकें।
- यह समिति निचले स्तर के प्रसार कार्यकर्Ÿााओं के साथ लगातार संपर्क में रहते हुए समय-समय पर सहयोग एवं परामर्श देती रहती है।
- यह समिति अपने प्रखण्ड में स्वयं खेती संस्थाओं के सहयोग से कृषसक संगठनों को बढ़ावा देने तथा निर्माण में सहयोग करने के लिए जिम्मेवार है।